khabar24x7news 29,2025
मुस्कान
ब्यूटी क्वीन को रास नहीं आई ग्लैमर की दुनिया, छोड़-छाड़ के चुनी देशभक्ति की राह, आर्मी में बनाया नया मुकाम
मॉडलिंग की दुनिया ग्लैमर से भरी हुई है। मॉडल्स एक लग्जरी लाइफस्टाइल जीती हैं, लेकिन एक ब्यूटी पेजेंट विनर ऐसी रहीं, जिन्होंने ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया और देशभक्ति राह पकड़ ली। अब ये मिस इंडिया भारती सेन की अफसर बन गई हैं।
‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट’ जीतने के बाद हसीनाओं का मकसद साफ होता है, या तो वो मॉडलिंग की दुनिया में अपना नाम बनाती हैं या फिर बॉलीवुड में एक्टिंग करियर बनाने में जुट जाती हैं। प्रियंका चोपड़ा हो या ऐश्वर्या राय या फिर सुष्मिता सेन, तमाम ब्यूटी पेजेंट विजेताओं ने टाइटल जीतने के बाद फिल्मों में आने का फैसला किया। कई इस फील्ड में सफल हुईं को कुछ दो चार फिल्में करने के बाद गायब हो गईं, लेकिन आज हम एक ऐसी ब्यूटी क्वीन की बात करेंगे जो बाकी ब्यूटी पेजेंट विजेताओं से बिल्कुल रही हैं। उन्होंने करियर के तौर पर न एक्टिंग को तवज्जो दी और न ही मॉडलिंग को। ग्लैमर की दुनिया में आने के बाद भी उन्होंने देशभक्ति को प्राथमिकता दी और भारतीय सेना की अफसर बन गईं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये हसीना है कौन, चलिए आपको इनके बारे में विस्तार से बताते हैं। ऐसे बनीं
आर्मी अफसर
मिस इंडिया चार्मिंग फेस विजेता रहीं गरिमा यादव आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट हैं। गरिमा दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट हैं। हरियाणा के रेवाड़ी के गांव सुरहेली की रहने वाली गरिमा ने ‘इंडियाज मिस चार्मिंग फेस-2017’ का खिताब जीता था। इनका परिवार सालों पहले ही हरियाणा से राजस्थान आ गया और आर्मी स्कूल शिमला में इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। बचपन से ही गरिमा यादव का झुकाव भारतीय सेना की ओर रहा और आगे चलकर उन्होंने इसे ही अपना करियर भी बनाया।
छोड़ा इटली जाने का मौका
उन्होंने ‘इंडियाज मिस चार्मिंग फेस’ ब्यूटी पेजेंट कॉन्टेस्ट के लिए ऑडिशन दिया और खिताब जीता भी। इसके बाद ही उन्हें इटली जाने का मौका मिला। उन्हें भारत की इटली में प्रतिनिधित्व करना था, लेकिन इस बड़े मौके को उन्होंने अपने हाथ से जाने दिया। उन्होंने फैसला किया कि वो इस ब्यूटि पेजेंट का हिस्सा नहीं बनेंगी। ऐसा उन्होंने अपनी आर्मी ट्रेनिंग को ध्यान में रखते हुए किया। ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में उन्होंने दाखिला लिया और पहले ही प्रयास में CDS (संयुक्त रक्षा सेवा) में सफल होने के बाद, वह ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में भर्ती हो गईं। संयुक्त रक्षा सेवा में गरिमा ने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया था।
ट्रेनिंग में हुई थी दिक्कतें
अब बीते 6 सालों से गरिमा भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने साबित किया कि मेहनत और लगन किसी भी फील्ड में सफलता दिला सकती है। गरिमा ने फेमिना मैगजीन को बताया था कि ट्रेनिंग के दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इसे पूरा किया।