khabar24x7news 4,2025
करन
अमित शाह ने स्वीकारा मणिपुर में 260 मौतो का दावा, संसद में मणिपुर पर हंगामा
मणिपुर के लिए मुश्किल पिछले 2 साल
मणिपुर हिंसा को लगभग 2 साल होने को है नाजाने कितने लोगो की जान जा चुकी है, कितने लोगो को अपना घर छोडकर दुसरी जगहों पर पलायन करना पडा है और इस बात का तो अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल है कि कितने लोगो का घर जला दिया गया, इन दो सालो में हिंसा की तमाम तस्वीरे किसी से छुपी नही है। सब सामने रहा लेकिन सच सबसे इतना छुपा रहा कि 2 साल बाद भी मणिपुर में पूर्ण तरीके से शांती स्थापित नही हो पाई है।
केंद्र सरकार मणिपुर पर अपनी बात रखने से या कहे कुछ भी कहने से बचती रही है जिसके चलते केंद्र को विपक्ष के कई सवालो का सामना भी करना पडा है प्रधान मंत्री मोदी के मणिपुर ना जाने पर कई सवाल भी उठे , मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस ने भाजपा पर सवाल करने का एक भी मौका नही छोडा है राहुल गांधी कई बार मणिपुर गये और वहा लोगो को विश्वास दिलाया कि कांग्रेस उनके साथ है। संसद में भी मणिपुर पर चर्चा होती रही है लेकिन केंद्र मणिपुर पर पुछे गये सवालो को जवाब बंगाल हिंसा का ज़िक्र करके देती है इस बात में कोइ दो राय नही है कि हिंसा दोनो ही जगह होती आयी है आम लोगो को हानी दोनो ही जगह हुइ है। लेकिन केद्र का सवालो से बचना लागो के लिए और भाजपा की छवी दोनो के लिए ही सही नही है।
आपको याद होगा कि हाल ही में 9 फरवरी 2025 को एन. बिरेन सिंघ ने मणिपुर के मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागु कर दिया गया था, कही ना कही केंद्र जानता है कि हिंसा को काबु करने में केंद्र असफल रही है।
अब संसद में गृह मंत्री ने मणिपुर में हुई 260 मौतो के दावे को स्वीकारा है शाह ने कहा कि सरकार की पहली चिंता मणिपुर में शांती स्थापित करने की है ओर पिछले कुछ समय में वहा किसी की जान नही गयी है साछ ही शाह ने पश्चिम बंगाल की हिंसा का भी ज़िक्र किया। अमित शाह ने दावा किया कि बंगाल में हुई हिंसा में इससे कई ज़्यादा मौते हुई है