khabar24x7news 26,2025
मुस्कान सिंह
25 सालों पहले आया था नीली आंखों वाला हीरो, 10 साल से नहीं मिला काम, किया कमबैक तो पड़ने लगी गाली
बॉलीवुड में एक ऐसा एक्टर डेब्यू किया था जिसके लुक्स पर लोग मरमिटे थे। 25 साल पहले फिल्मों में आने के बाद भी ये एक्टर स्ट्रगल करता रहा और ये फिल्मों से दूर हो गया था। अब सालों बाद जब फिल्मों में वापसी की तो ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा।
बॉलीवुड में जब एक नीली आंखों वाला हीरो आया तो लोगों को लगा कि अब इसी का सिक्का इंडस्ट्री में चलेगा। अपनी डेब्यू ही फिल्म से ये छा गया था, लेकिन ये एक्टर इंडस्ट्री का हिस्सा इस फिल्म के आने से पहले ही बन गया था। 10 साल से कम उम्र में बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत इसने कर दी थी। ये एक्टर कोई और नहीं बल्कि साल 2000 के दशक की म्यूजिकल ड्रामा ‘मोहब्बतें में अपनी भूमिका से लोगों का दिल जीतने वाले जुगल हंसराज हैं। अपने बेहतरीन अभिनय के बाद भी एक्टर इंडस्ट्री में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। एक्टिंग में सिक्का न चलने के बाद जुगल हंसराज अभिनेता के साथ ही लेखक भी बन गए।
कमबैक के बाद हुई ट्रोलिंग
जुगल हंसराज साल 2016 के बाद से एक-दो फिल्मों में ही नजर आए, लेकिन अब 10 साल बाद उन्होंने करण जोहर के प्रोडक्शन में बनी फिल्म से कमबैक किया। ‘नादानियां’ में उन्हें सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान और श्रीदेवी की बेटी खुशी कपूर के साथ देखा गया। इस फिल्म की कहानी में दम नहीं था और अभिनेताओं की खराब एक्टिंग के चलते उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर इस फिल्म की खूब आलोचना हुआ। इब्राहिम अली खान और खुशी कपूर को खास तौर पर लताड़ा गया। कई लोगों ने दिग्गज अभिनेता सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज और दीया मिर्जा को भी इस ट्रोलिंग में घसीटा और खराब कहानी को चुनने के पीछे की वजह पूछी। अब इस पूरे मामले पर जुगल हंसराज ने रिएक्ट किया है।
ट्रोलिंग को लेकर जुगल ने की बात
जुगल हंसराज ने कहा, ‘आलोचना रचनात्मक होनी चाहिए। अगर कोई व्यक्ति जो सिनेमा के बारे में जानता है या इस क्षेत्र में कुछ अनुभव रखता है, उसका कोई शो या लेख है जिसमें वह लिखता है कि क्या कामयाब रहा और क्या नहीं तो यह ऐसी चीज है जिससे कोई सीख सकता है, लेकिन सोशल मीडिया पर मैंने देखा है कि बहुत सारे व्यक्तिगत हमले होते हैं, जो आलोचना नहीं हैं। यह सिर्फ मूर्खतापूर्ण और तुच्छ है। मैं कौन होता हूं यह कहने वाला कि यह बुरा है? मैं बस इतना कहता हूं कि यह मेरे लिए कारगर नहीं रहा या मैं इससे जुड़ नहीं पाया। लेकिन कुछ लोग ऐसे दावा करते हैं जैसे कि उन्हें सब कुछ पता है।’
एक्टर ने की निंदा
अभिनेता ने आगे कहा, ’80 के दशक में कई अभिनेताओं ने अपनी पहली फिल्मों के साथ नई शुरुआत की, लेकिन तब सोशल मीडिया नहीं था, इसलिए उन्हें आगे बढ़ने और बेहतर होने के लिए जगह और समय दिया गया। जब हमने शुरुआत की थी, तब हम सभी में समान रूप से अजीबोगरीब स्थिति थी, लेकिन सोशल मीडिया न होने के कारण इस तरह की अनुचित टिप्पणियां नहीं हुईं। अब दुर्भाग्य से युवा अभिनेता न केवल ये दो, बल्कि कई अन्य सुर्खियों में हैं। व्यक्तिगत हमले अच्छे नहीं हैं। अगर आपके पास कहने के लिए कुछ रचनात्मक है तो कृपया कहें। इस तरह की प्रतिक्रिया अभिनेताओं को सीखने और बेहतर होने में मदद करती है। लेकिन लोगों की रंग-रूप के बारे में व्यक्तिगत हमले अस्पष्ट और गड़बड़ हो जाते हैं। मैं स्पष्ट रूप से इस तरह की आलोचना के पक्ष में नहीं हूं।